महाशिवरात्रि मेला की वास्तविकता नगर परिषद की उदासीनता के कारण इस वर्ष रहा मेला फीका -राजेंद्र पटेल

मंगल देव राठौर – मध्य प्रदेश

कुकड़ेश्वर / प्रतिवर्ष अनुसार इस वर्ष भी महाशिवरात्रि के पावन पर्व पर नगर परिषद के तत्वाधान में मेला का आयोजित किया गया लेकिन लाभ सुख के चक्कर में मेला रहा फ्लाप प्रतिनिधि को मेले में आए व्यापारियों ने बताया कि इस वर्ष मेले में महंगे प्लांट के साथ सुविधा नाम मात्र की रही जिससे परेशानियों का सामना करना पड़ा मेले में जनता के मनोरंजन के लिए कई प्रकार के परिषद द्वारा आयोजन करवाए गए जिसमें बड़े-बड़े कलाकारों एवं कवियों का प्रचार प्रसार किया जाता है लेकिन नाम मात्र कलाकारों के अलावा लोकल कलाकारों को बुलाकर लाभ शुभ का खेल खेला गया है पटेल ने बताया कि नगर परिषद में कार्यरत मुख्य नगर पालिका अधिकारी के सीधे पन का फायदा उठाकर परिषद के कर्मचारीयों एवं छुट भैया नेताओं द्वारा अपने चहेतो को लाभ शुभ का खेल खेला गया जी हजूरी करने वाले पत्रकारों की ही बले बले रहती है
पटेल ने मांग की है कि इस वर्ष मेले का आवक जावक खर्च सार्वजनिक मीटिंग कर नगर के समस्त पत्रकारों की उपस्थिति में दिया जाए जिसमें दूध का दूध और पानी का पानी हो जाए एवं नगर की भोले भाले जनता भी वास्तविकता से रूबरू हो सके परिषद में बैठे जिम्मेदारो को नगर की मूलभूत सुविधाओं से कोई लेना-देना नहीं है नगर में आज भीआम जन चर्चा के अनुसार यहां पर अंधेरी नगरी चौपट राजा जैसा हाल हो रहा है परिषद में बैठे एक कर्मचारी की मनमर्जी से जनता भी परेशान है पर वह सब पर भारी है मेले में पधारे व्यापारी पिपलिया मंडी से पधारे व्यापारी ने बताया कि 2019 में मुझे प्लांट ₹600 में मिलता था आज उसी प्लाट की कीमत ₹5000 मुझे भुगतान करना पड़ा है जिसकी दोनों रसीद है व्यापारी के द्वारा संवाददाता को बताई गई है जो रसीद है हम आपको बता रहे हैं

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